नए बस रहे देवास में भी तो तेजी से अतिक्रमण हो रहा है।
देवास। देवास प्रदेश का औद्योगिक केंद्र बिंदु भी है तेजी से विकसित होता शहर भी है नए औद्योगिक क्षेत्र यहां पर विकसित हो रहे हैं जिसकी वजह से रोजगार एवं व्यवसाय की तलाश में (outsider) बाहरी लोगों का तेजी से देवास मे बस रहे जिसकी वजह से शहर की जनसंख्या में वृद्धि हुई इस वजह से यातायात का दबाव भी बड़ा बढ़ते शहर की जनसंख्या को देखते हुए यहां पर कई स्थानीय एवं अन्य शहरों के कॉलोनी कॉलोनाईजर भी (एक्टिव) सक्रिय हुए जिसकी वजह से देवास के चारों ओर नई-नई कालोनियां विकसित हो रही है। अगर हम नई कॉलोनीयो का मुआयना करें तो भी वहां पर कॉलोनी के मुख्य मार्ग एवं अंदर के मार्ग भी छोटे विकसित हो रहे हैं या विकसित हो चुके हैं हां (कुछ मात्रा कॉलोनी में पूर्ण रोड विकसित किए गए हैं) सार्वजनिक उपयोग की भूमिया भी नई कॉलोनी में अतिक्रमण की भेंट चढ़ रही है जिससे कि भविष्य में पुराने देवास में यातायात की जो समस्या खड़ी हो रही है इसी तरह विकसित हो रहे नए देवास में भी यातायात की बड़ी समस्याएं खड़ी हो सकती है।
क्या विकसित हो रहे नए देवास को हमअतिक्रमण मुक्त रख सकते हैं?
जब भी कोई नई कॉलोनी विकसित होती है तो उस कॉलोनाइजर / विकास करता को (TNC) ग्राम तथा निवेश विभाग से अनुमति प्राप्त करना होती है, ग्राम तथा निवेश जब किसी नई कॉलोनी के विकास हेतु अनुमति देता है तो (TNC) से स्वीकृत मानचित्र में स्पष्ट रूप से रोड़ों की चौड़ाई अंकित होती है और उसी मान से ही कॉलोनाईजर / विकास करता को उन रोडो का निर्माण करना होता है स्वीकृत मानचित्र में यह भी अंकित होता है की कालोनी कितने एकड़ में काटी गई है और उसका कितना प्रतिशत रोड एवं अन्य सुविधा वह सार्वजनिक उपयोग हेतु जमीन आरक्षित है स्वीकृत कॉलोनीयो एवं आदेश के साथ (TNC) के नियमों का भी उल्लेख होता है (शासन आवेदक कॉलोनाइजर को अनुमोदित अभिन्यास की एक सत्यापित प्रति मय आदेश के स्थल पर विकास कार्य के दौरान रखना आवश्यक होगा साथी स्थल पर अभिन्यास अनुमोदन संबंधित जानकारी बोर्ड पर अंकित करना अनिवार्य होगा) अमूमन देखने में यह आता है कि कॉलोनाइजर या विकास करता (TNC) से स्वीकृत मानचित्र को आम भूखंड क्रेताओं के अवलोकन हेतु वहां पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध ही नहीं करता है कॉलोनाईजर के वास्तुविद/इंजीनियर स्वयं के द्वारा निर्मित मानचित्र को ही अपने कार्यालय पर दर्शाता है जिसकी वजह से आम भूखंड केत्ताओं को रोड़ों की चौड़ाई एवं सार्वजनिक उपयोग के स्थानो के बारे में जानकारी नहीं लग पाती है कॉलोनाईजर या विकास करता द्वारा टीएनसी से स्वीकृत मानचित्र में अंकित रोड की चौड़ाई से कम रोड निर्माण किया जाता है जिसकी वजह से नई विकसित की गई कॉलोनीयो में भी यातायात की समस्याएं निर्मित होती है जो आगे जाकर बड़ी समस्या बन जाती है स्वीकृत मानचित्र में अंकित सड़क की चौड़ाई से कम चौड़ाई की सडक निर्माण की वजह से अतिक्रमणधारी अतिक्रमण हेतु प्रेरित होते हैं जिसकी वजह से नई विकसित की गई कॉलोनीवायो में भी अतिक्रमण की समस्याएं खड़ी हो जाती है।
निगम प्रशासन नई विकसित की गई कॉलोनीयो को देता है कार्यपूर्ण का प्रमाण पत्र।
टीएनसी से नई स्वीकृत कॉलोनीयो के मानचित्र की छाया प्रति निगम देवास के पास भी उपलब्ध होती है, नई कॉलोनीयो मे जिन आमजन के द्वारा भूखंड क्रय किए जाते हैं उन आमजन को भवन निर्माण अनुज्ञा निगम देवास द्वारा उन मानचित्रो के आधार पर ही प्रदान करती है ,यहां पर सवाल यह उठता है कि नए विकसित हो रहे देवास में जब भी किसी कॉलोनी का विकास कार्य पूर्ण होता है तो उस कॉलोनाईजर को निगम देवास के द्वारा मौका मुआयना करवाकर कार्यपूर्ण का प्रमाण पत्र हासिल करना होता है निगम प्रशासन के द्वारा संबंधित तकनीकी अधिकारियों को निर्देशित कर उक्त कॉलोनी का निरीक्षण करवाया जाता है उसके पश्चात निगम प्रशासन संबंधित कॉलोनाइजर को कार्यपूर्ण का प्रमाण पत्र जारी करता है यहां पर सवाल यह उठता है कि निगम के संबंधित तकनीक अधिकारी मानचित्र के साथ में उक्त कॉलोनी का मौका मुआयना करते हैं तब उन्हें नवनिर्मित कॉलोनी मैं रोड़ों की कम चौड़ाई की यह कमी नजर क्यों नहीं आती। जबकि निगम के तकनीकी अधिकारीयों के पास GIS जैसी अत्य आधुनिक तकनीक की भी व्यवस्था उनके पास होती है।
नगर सरकार ने संकल्प पारित कर समिति का गठन करना चाहिए।
यातायात की समस्या एवं रोड निर्माण संबंधित कमियों को दूर करने के लिए नगर सरकार के जनप्रतिनिधियों ने परिषद में संकल्प पारित कर एक समिति का गठन करना चाहिए जिसमें जिन क्षेत्रों में नई कालोनियां विकसित हो रही है उस क्षेत्र के पार्षद एवं परिषद के अन्य कुछ पार्षदों व नई विकसित कॉलोनी में जिन लोगों के द्वारा भूखंड क्रय किए गए हैं उनमें से कुछ लोगों को उस समिति में शामिल करना चाहिए।