देवास। निगम देवास का वित्तीय वर्ष समाप्त होने में तकरीबन 26 दिन ही बचे हैं। निगम द्वारा अन्य एजेंसी से शहर के आवासीय क्षेत्र एवं औद्योगिक क्षेत्र का GIS सर्वे करवाया गया था, शायद आवासीय क्षेत्र के कुछ क्षेत्रों का सर्वे चल रहा है। औद्योगिक क्षेत्र का सर्वे पूरा हो गया है, कराए गए सर्वे से क्या औद्योगिक क्षेत्र से निगम का राजस्व बढ़ पाएगा? क्योंकि गौर करने वाली बात यह है कि औद्योगिक क्षेत्र में इकाइयों से पुराने दरों पर ही संपत्ति का प्राप्त किया जा रहा हे वर्षों से जबकि आवासीय क्षेत्रों का संपत्तिकर बढ़ोतरी हेतु कुछ वर्ष पूर्व निगम प्रशासन के द्वारा संकल्प पारित किया गया था जिसमें आवासीय क्षेत्रों का शासन के संबंधित विभाग के आधार पर गाइडलाइन अनुसार प्रतिवर्ष संपत्ति कर में वृद्धि होगी, जब आवासीय क्षेत्र का संपत्ति कर बढ़ाने हेतु संकल्प पारित कर सकता था निगम प्रशासन तो औद्योगिक क्षेत्र का क्यों नहीं किया गया।
प्रश्न यह उठता है कि आखिर निगम किस वर्ष से अंतर आए हुए क्षेत्र की गणना करेगी?
औद्योगिक क्षेत्र में GIS सर्वे के बाद कुछ इकाइयों द्वारा जो संपत्ति कर जमा किया जा रहा है उसमें एरिया निर्मित क्षेत्र का अंतर आया होगा? एरिया अनुसार संपत्ति कर भी बड़ा हुआ होना चाहिए, अब गौर करने वाली बात है कि जिन औद्योगिक इकाईयों में अंतर पाया गया होगा उस इकाई से किस वर्ष से निगम संपत्तिकर की गणना करेगा और अपना राजस्व प्राप्त कर सकेगा , जिससे कि निगम की माली हालत में सुधार हो सकेगा
आगामी दिनों में होने वाली परिषद की बैठक में इन विषयों पर चर्चा होना चाहिए।
आगामी दिनों में होने वाली नगर सरकार की साधारण सभा की बैठक में भी इस विषय पर नगर सरकार के द्वारा चर्चा करना चाहिए ,आवश्यक लगे तो औद्योगिक क्षेत्र के संपत्तिकरो के दरो एवं सर्वे में पाए गए अंतर को किस वर्ष से इकाइयों से लेना है और किस वर्ष से संपत्ति कर की गणना करना है इस हेतु नगर सरकार ने संबंधित निगम प्रशासन के अधिकारियों एवं निगम प्रशासन के द्वारा विधिक सहायता हेतु नियुक्त किए गए अधिवक्ताओं का मार्गदर्शन लेकर बैठक में औद्योगिक क्षेत्र के संपत्ति कर में बढ़ोतरी हेतु संकल्प पारित करना चाहिए जिससे कि बुरे माली दौर से गुजर रही निगम की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।