देवास हरदा की घटना बहुत दुखदाई घटना है। जिला प्रशासन में इस घटना को संज्ञान में लेते हुए सावधानियां बरतना चाहिए। कहीं देवास में रिहायशी इलाकों के अंदर फटाखों दुकानों में क्षमता से अधिक तो पटाख़े नहीं रखे हैं। फटाखों के दुकानदारों द्वारा फायर एनओसी अनुमति ली गई है या नहीं। अगर ली गई है। तो क्या फायर एनओसी के नियमों का पालन हो रहा है। या नहीं साथ ही शहर के बाहर जिन पटाखा व्यवसायो के गोदाम है। वहां पर भी निरीक्षण कर देखना चाहिए कि कहीं आसपास रहवासी एरिया तो नहीं है। फायर एनओसी के मापदंडों का पालन उनके द्वारा किया जा रहा है। या नहीं इन सबका निरीक्षण किया जाना चाहिए।
हरदा की घटना को संज्ञान में लेते हुए देवास जिला प्रशासन के द्वारा पटाखा व्यवसाययों से शक्ति से नियमों का पालन करवाएं जाना चाहिए।
