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मनोज राजानी रखते शहर के विकास की दूरदृष्टि इस हेतु करा शासन के इस निर्णय का विरोध

ByLalit Chavhan

Sep 16, 2020

देवास। जिला (शहर) कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज राजानी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में नवगठित मेट्रोपॉलिटन एरिया से देवास को अलग करने के शासन के आदेश को तुगलकी एवं देवास के साथ सोतेला व्यवहार करार देते हुए धोखा देने जैसा बताया है। श्री राजानी ने बताया कि तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने निर्णय लिया था कि इन्दौर, महु, पीथमपुर, उज्जैन, देवास को मिलाकर मेट्रोपॉलिटन एरिया बनाया जाए जिससे समुचित एवं सुनियोजित विकास हो सके, इस एरिया के गठन से रोजगार एवं विकास के नये रास्ते खुलना थे।  कमलनाथ सरकार मे केबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के अथक प्रयासो से मालवा के मेट्रोपॉलिटन एरिया को डेवलेप कर नई उचाईयॉ देने का प्रस्ताव किया था, परन्तु दुर्भाग्य का विषय है कि वर्तमान शिवराज सिंह चौहान की भाजपा सरकार ने देवास को अलग कर विकास अवरूध करने का षडयंत्र रचा है। विदित है कि अगर देवास उक्त योजना मेट्रोपॉलिटन एरिया में सम्मिलित होता तो औद्यौगिक संरचना के साथ -साथ देवास के विकास को एक नई दिशा मिलती शिक्षा का ऊॅचा स्तर होता रोजगार के अवसर बढ़ते मेट्रो टेऊन की उपलब्धता देवास को मिलती साथ ही आमजन का जीवन स्तर ऊॅचा उठता एवं केन्द्र की बढ़ी योजनाए देवास को मिलती। श्री राजानी ने सरकार के इस कदम को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि स्थानीय सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी एवं विधायक गायत्री राजे पवार का दायित्व है कि शासन के इस निर्णय का पुरजोर विरोध करे एवं नवगठित मेट्रोपॉलिटन एरिया मे देवास को पुन: सम्मिलित करने की पहल करे जिससे देवास का विकास सम्भव हो सके वर्ना देवासवासी वर्तमान जिम्मेदार जन प्रतितिनिधियो को कभी माफ नही करेंगे।