देवास। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा (रा.) ने अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा इकाई परशुराम सेना उ.प्र. केे अध्यक्ष विनय तिवारी पर हुए जानलेवा हमले तथा कार्यकर्ताओं को चोंट पहुंचाने के विरोध में महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिलाधीश को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया गया कि 14 सितम्बर को महासभा रा. के कार्यालय पर हथियारों से लैस हमलावारों ने विनय तिवारी पर जान लेवा हमला किया तथा कार्यकर्ताओं को घायल कर दिया। पुलिस ने हमलावारों को बचाते हुए महासभा के कार्यकर्ताओं पर ही झूठा प्रकरण दर्ज कर दिया। महासभा ने मांग की है कि उक्त घटना की निष्पक्ष विवेचना की जाए, ब्राह्मण महासभा रा. के कार्यालय को संभालने वाले कार्यकर्ताओं के विरूद्ध दर्ज किये गए झूठे मुकदमे को समाप्त किया जाव, पं. विनय तिवारी द्वारा दर्ज कराये गये अपराध क्र. 547 में हत्या का प्रयास तथा लूट, डकैती की धाराएं जोडी जाए। हमलावारों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहन एवं हथियार जप्त किए जए। ब्राह्मण महासभा रा. के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी एव पं. विनय तिवारी को पूर्व में भी जान से मारने की धमकियां मिल चुकी है, इन दोनों को एवं इनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उ.प्र. सरकार ब्राह्मणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने व अभी तक हुए ब्राह्मण हत्याकाण्डों व दमन के अपराधियों पर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए जाए। उक्त घटना की सीबीआई जांच करवाई जाए। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष पं. राधेश्याम शर्मा, पं. ओ.पी. तिवारी, पं. विष्णु प्रसाद तिवारी, पं. राजकुमार दीक्षित, पं. सुरेश शर्मा, पं. रामनिवास शर्मा, पं. अविनाश तिवारी, पं. ओमप्रकाश शर्मा, पं. संजय शुक्ला, पं. सतीश दुबे, पं. पुष्पेन्द्र शर्मा, पं. बिशन शर्मा आदि उपस्थित थे।
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा (रा.) ने परशुराम सेना उ.प्र. के अध्यक्ष पर हुए हमले के विरोध में राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन
