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आखिर किन कारणों से निगम कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है?

ByLalit Chavhan

Nov 9, 2024

देवास। प्रदेश के वरिष्ठ कैबिनेट मिनिस्टर, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गी ने कुछ महा पूर्व भोपाल में विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक में, प्रदेश के सभी नगरी निकायों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने हेतु अच्छी योजनाएं बनाएं जाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया था, वही श्री कैलाश विजयवर्गीय के द्वारा मंत्रालय में कार्यभार ग्रहण के पश्चात भी, अपनी बात दोहराते हुए निकायों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाते हुए निकायों को आय के नए स्रोत की खोज करना चाहिए, और साथ निकाय में बजट की कमी के कारण आम नागरिक को मूलभूत सुविधा से वंचित न होना पड़े ऐसी बात कही थी, ज्ञात रहे श्री कैलाश विजयवर्गी इंदौर के पूर्व महापौर रह चुके हैं, उनके कार्यकाल को निगम का स्वर्णिम कार्यकाल कहा जाता था, जिसमेें प्रदेश में इंदौर के विकास को एक विशेष स्थान मिला, साथ ही श्रमिक क्षेत्र को विकसित कर एक व्यावसायिक क्षेत्र के रूप से इंदौर में पहचान दिलाई।

निगम देवास आय के नए स्रोतों की खोज तो दूर अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दे पा रही है।

नगर पालिक निगम देवास पिछले कई समय से अपने निगम कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दे पा रही है? वहीं भारत के सबसे बड़े महापर्व दीपावली पर भी निगम के कुछ कर्मचारियों को वेतन मिला और कुछ को नहीं ,पिछले वर्ष भी दीपावली पर यही स्थिति निर्मित हुई थी? समय पर वेतन नहीं देने का कारण निगम प्रशासन के संबंधित विभाग के द्वारा अपने कर्मचारियों द्वारा वेतन से संबंधित पूछे जाने पर संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा मौखिक रूप से बताया गया कि शासन के संबंधित विभाग से राशि समय पर नहीं मिलने की वजह से यह स्थिति निर्मित हूई है ,इस वजह से वेतन वितरित करने में समस्या आ रही है। अगर निगम प्रशासन एवं नगर सरकार समय पर आय के नए स्रोतों की खोज करती तो यह समस्या उत्पन्न नहीं होती।

निगम देवास अपने आय के परंपरागत स्रोतों पर ही निर्भर है।

नगर पालिक निगम देवास के आय के मुख्य स्रोत संपत्ति कर, जल कर, यूजर्स चार्ज, लाइसेंस आदि स्रोतों पर ही निर्भर है। शायद आय के नए स्रोतों पर निगम प्रशासन एवं वर्तमान नगर सरकार या पूर्व नगर सरकारों ने कभी ध्यान ही नहीं दिया।

निगम प्रशासन एवं नगर सरकार को आय के नए स्रोतों की खोज करना चाहिए।

  देवास। नगर में तेजी से जनसंख्या वृद्धि हुई है, वही नगर का विस्तार भी हुआ है, जिससे आमजन को दी जाने वाली सुविधाओं की मांगे भी बड़ी है, जितनी तेजी से नगर का विस्तार हुआ है शायद उतनी राजस्व में बढ़ोतरी नहीं हो पाई? शायद इस वजह से निगम देवास की आर्थिक की स्थिति डगमगा गई, जबकि देवास के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने सन 2014 में तत्कालीन नगर सरकार,वह निगम प्रशासन को आय के नए स्रोतों के संबंध में प्रपोजल दिया था। जिस पर तत्कालीन नगर सरकार एवं निगम प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया, वहीं उक्त सामाजिक कार्यकर्ता के द्वारा सन 2013 में भी निगम प्रशासन को पत्र के माध्यम से अवगत कराया था कि निगम की आर्थिक स्थिति तेजी से बिगड़ रही है हमें आय के नए स्रोतों पर कार्य करना चाहिए। लेकिन तत्कालीन नगर सरकार एवं निगम प्रशासन ने इसको गंभीरता से नहीं लिया, अब निगम देवास को आय के नए स्रोतों की खोज करना चाहिए, वहीं सामाजिक कार्यकर्ता के द्वारा दिया गए प्रपोजल पर वर्तमान नगर सरकार एवं निगम प्रशासन में मंथन करना चाहिए, अगर प्रपोजल योग्य लगता हैं तो उस दिशा में कार्य करना चाहिए।

निगम प्रशासन एवं नगर सरकार को गैर जरूरी खर्चों में करना चाहिए कटौती।

निगम प्रशासन एवं नगर सरकार ने निगम में हो रहे खर्चों का अध्ययन करना चाहिए। जैसे की कितने वाहनों की आवश्यकता है, और हमने कितने वाहन अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवंटित किए है। वही निगम के कुछ विभागों के कार्य ठेका पद्धति (कॉन्ट्रैक्ट बेस) पर दिए हैं, उनका भी अध्ययन करने की आवश्यकता है। जिससे कि निगम प्रशासन को कहां आर्थिक रूप से बचत हो सकती है,और गैर जरूरी खर्चों में कटौती कर सकते हैं? इन चीजों का अध्ययन कर उस पर कार्य करने की आवश्यकता है।