देवास। शिवराज सिंह सरकार ने अपनी सरकार बचाने एवं प्रदेश में भाजपा सरकार बनाए रखने को लेकर बिना प्रदेश की आर्थिक स्थिति के आकलन किए अनेक ऐसी योजनाएं संचालित कर दी, जिन्हें आज पूरा करना भाजपा सरकार के लिए मुश्किल हो रहा है।
शिवराज सिंह प्रदेश में अपनी सरकार बनाने में तो कामयाब रहे लेकिन पूरे प्रदेश को आर्थिक भार में भरकर चले गए। आज प्रदेश में सरकार चलाने के लिए डॉ. मोहन यादव को लगातार कर्ज लेना पड़ रहा है। प्रदेश में करीब 21000 हजार करोड़ का कर्ज सरकार पर हो चुका है। सरकार की मजबूरी है कि जो योजनाएं शुरू की है उन्हें किन्हीं भी हालात में शुरू रखा जाए।
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व कार्यकारी अध्यक्ष, प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि शिवराज सिंह सरकार ने प्रदेश के छात्र-छात्रोंओं से वादा किया कि जो छात्र-छात्राएं परीक्षा में प्रथम श्रेणी में पास होंगे, उन्हें स्कूटी एवं दूर-दराज से आने वाले छात्र छात्रों को साइकिल दी जाएगी। शैक्षणिक सत्र शुरू हुए दो माह से अधिक हो चुका है, लेकिन सरकार आज तक छात्र-छात्राओं को साइकिल नहीं दे पाई। वहीं 12वीं क्लास में प्रथम श्रेणी में पास हुए छात्र-छात्राओं को स्कूटी भी नहीं मिली। देवास विकासखंड के देवास, सोनकच्छ, हाटपिपलिया, बागली, खातेगांव के नौवीं क्लास के छात्र छात्रों ने करीब 6940 ने साइकिल के लिए आवेदन दिया था ,उसमें से 4834 छात्र-छात्रों का चयन साइकिल के लिए किया गया, लेकिन आज तक किसी भी छात्र-छात्रा को साइकिल नहीं मिली। वहीं स्कूटी को लेकर भी शिक्षा विभाग ने शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा है लेकिन स्कूटी नहीं मिली।
वहीं इस संदर्भ में सूत्रों से पता चला है कि जिन छात्र छात्राओं ने 12वीं में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे उन्हें लैपटॉप के लिए प्रदेश भाजपा सरकार के द्वारा 25000 हजार रुपए की राशि दी जाती है, लेकिन वह भी आज तक उन्हें नहीं मिली है। साथ ही 12वीं के बाद पढ़ने वाले होनहार छात्र छात्रों के लिए प्रदेश सरकार ने मेधावी छात्र योजना प्रारंभ की है, जिसके अंतर्गत प्रदेश सरकार छात्र-छात्राओं की आर्थिक मदद करते हुए स्कूलों में उनकी फीस जमा करती है लेकिन वह फीस भी अभी तक स्कूलों में जमा नहीं करने से अभिभावकों को वह राशि जमा करना पड़ रही है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हम यह नहीं कह रहे हैं की लाडली बहना योजना बंद की जाए लेकिन आज प्रदेश में संचालित लाडली बहना योजना सरकार के लिए गले की हड्डी बन चुकी है। सरकार उक्त योजना अब बंद करने की स्थिति में भी नहीं है यह योजना संचालित करने के लिए दूसरी योजनाओं में पैसा सरकार भेज नहीं पा रही है, वहीं अनेक विभागों में दो-दो तीन-तीन माह तक कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। इन योजनाओं का पैसा इकट्ठा कर सरकार हर माह लाडली बहना योजना में डाल देती है। इसके दुष्परिणाम यह हो रहे हैं कि दूसरी योजनाएं प्रभावित हो रही है और जिन योजनाओं के जो लोग हकदार हैं या जिन योजनाओं की जिन्हें जरूरत है उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार छात्र-छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें शीध्र ही साइकिल, स्कूटी एवं अपने वादे अनुसार लैपटॉप दिलवाए।