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नगर सरकार के राजनीतिक दलों के सभी जनप्रतिनिधियों को अनुबंध के पूर्व प्रारूप पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

ByLalit Chavhan

Jul 16, 2024

देवास। देवास शहर की पेयजल समस्या के निवारण हेतु नगर पालिक निगम देवास के द्वारा शिप्रा बैराज का निर्माण तकरीबन वर्ष 2011 – 12 में किया गया था जिसमें वर्षाकाल में हूऐ एकत्रित पानी का उपयोग निगम देवास के द्वारा शहर की पेयजल व्यवस्था में किया जाता है, और जो वर्षाकालीन पानी बैराज में एकत्रित किया जाता था वह पानी तकरीबन अप्रैल से मई माह तक बैराज में  पानी रहता था। लेकिन जब से देवास में उद्योगों को जलप्रदाय किए जाने हेतु निजी संस्था देवास वाटर प्रोजेक्ट के द्वारा शिप्रा बैराज का उपयोग किया जाने लगा है तब से ही बैराज में एकत्रित किया गया वर्षाकालीन पानी जल्द खत्म हो जाता है जिसकी वजह से निगम देवास को कई माहपूर्व ही तकरीबन दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह से ही कार्यपालन यंत्री नर्मदा विकास संभाग क्रमांक 32 बड़वा जिला खरगोन को पत्र के माध्यम से पानी की डिमांड करना पड़ती जिसकी वजह से निगम को प्रतिमाह करोड़ों रुपए का पानी खरीदना पड़ता है। वही निजी संस्था देवास वाटर प्रोजेक्ट के द्वारा बैराज में एकत्रित वर्षाकालीन पानी का उपयोग करने से निगम देवास के ऊपर आर्थिक बोझ पड़ रहा है।

नगर पालिका निगम देवास एवं ग्राम पंचायत मांगलिया सड़क के बीच होने वाले अनुबंध के पूर्व

 अब नगर पालिक निगम देवास एवं ग्राम पंचायत मांगलिया सड़क के बीच शिप्रा बैराज से लिए जाने वाले पानी के संबंध में शायद आगामी दिनों में अनुबंध होगा भविष्य में होने वाले अनुबंध के प्रारूप को नगर सरकार के सभी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों द्वारा निगम की आर्थिक स्थिति  एवं शहर के हितों को ध्यान में रखकर देवास निगम प्रशासन के संबंधित विभाग द्वारा बनाए गए प्रारूप का अध्ययन करना चाहिए उसमें नगरहित एवं निगम हित के पक्ष में जो शर्तें डाल सकते हैं उन शर्तों व नियमों को होने वाले अनुबंध के प्रारूप में डालना चाहिए, ,उसके पश्चात ही नगर पालिका निगम देवास को ग्राम पंचायत मांगलिया के साथ अनुबंध करना चाहिए।

निगम देवास के शिप्रा बैराज में वर्षाकालीन एकत्रित हुए पानी की राशि निगम देवास को मिले।

 शिप्रा बैराज में जो वर्षाकालीन पानी एकत्रित होता है उस पानी का उपयोग निगम के अतिरिक्त कोई भी अन्य संस्था करती है तो उस पानी की कीमत निगम देवास को मिलना चाहिए वह भी निगम देवास जो दर तय करेगी उस दर पर। जिससे कि निगम देवास पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा एवं आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।

निगम देवास पर नर्मदा विकास संभाग क्रमांक 32 बड़वाह का इतना बिल बकाया है।

निगम देवास पर नर्मदा विकास संभाग क्रमांक 32 बड़वा का पानी के बिल का तकरीबन 531 पानसौ ईकक्तीस करोड़ रुपए का बिल बकाया है।

इस मामले में निगम आयुक्त का कहना है ।

निगम देवास एवं मांगलिया ग्राम पंचायत के बीच शिप्रा बैराज के पानी को लेकर होने वाले अनुबंध के संबंध में निगम आयुक्त श्री रजनीश कसेरा काकहना है की जो परिषद तय करेगी उस आधार पर निर्णय लेंगे।

इस विषय में महापौर जी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन नगर से बाहर प्रवास पर होने की वजह से संपर्क नहीं हो पाया।