देवास। सेठ मिश्रीलाल नगर जिला न्यायालय से लगकर रहवासी क्षेत्र के ट्रांसफार्मर में आज सुबह तकरीबन 10:30 से 11:00 के बीच ट्रांसफार्मर मैं आग लग गई जिसकी वजह से उस क्षेत्र में संचालित कार गैराज संचालकों में हड़कंप मच गया ट्रांसफार्मर के नजदीक गैराज संचालकों के द्वारा पार्किंग की गई कारों को जल्दबाजी में वहां से हटाया गया अन्यथा कारों में भी आग लग सकती थी और बड़ा हादसा हो सकता था इस बिच फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और जलते हुए ट्रांसफार्मर पर पानी का छिड़काव कर आग पर काबू पाया गया जबकि ट्रांसफार्मर जिला न्यायालय की बाउंड्री से सटकर लगाया गया है।
इस वजह से लगी आग
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल देवास सिटी जोन के सहायक यंत्री श्री प्रकाश चंद्र मेहता के द्वारा बताया गया कि ट्रांसफार्मर के नीचे बहुत सा कचरा एकत्रित था ट्रांसफार्मर में स्पार्किंग हुई और उस कचरे में आग लग गई आग लगने की वजह से ट्रांसफार्मर की केबल ने आग पकड़ ली और वह आग बड़ते हुए ट्रांसफार्मर तक पहुंच ट्रांसफार्मर से आईल नीचे टपकने लगा और आग भड़क उठी इस वजह से ट्रांसफार्मर जल गया।
मेंटेनेंस पर सवालिया निशान?
अब सवाल यह उठता है कि मानसून पूर्व जो मेंटेनेंस किया जाता है आखिर उसमें किन बातों पर ध्यान दिया जाता है क्या संबंधित मेंटेनेंस निरीक्षक अधिकारी द्वारा इस बात पर ध्यान नहीं दिया गया कि ट्रांसफार्मर के नीचे इतना ज्वलनशील कचरा जमा है जिससे कि ट्रांसफार्मर में हल्की सी चिंगारी भी उस पड़े हुए कचरे में आग लगा सकती है क्या इन बातों पर अगर ध्यान दिया गया होता तो आज की घटना से बचा जा सकता था वहीं शासन के राजस्व का नुकसान नहीं होता एवं आसपास के रहवासियों को भी कई घंटे बिना लाइट के रहना नहीं पड़ता।
आरक्षित जगह पर ही ट्रांसफार्मर लगना चाहिए।
शहर में अक्सर आप देख सकते हैं रोड से सटकर बड़े-बड़े ट्रांसफार्मर लगाए गए जबकि जब भी नई कालोनियां विकसित की जाती है तो सार्वजनिक उपयोग एवं सुविधाओं के लिए जगह आरक्षित की जाती है लेकिन ट्रांसफार्मर वहां नहीं लगाते हुए रोड के किनारे ही अधिकतर लगे हुए मिलते हैं इस पर भी संबंधित विभाग ने ध्यान देना चाहिए।