देवास। देवास निगम इन दिनों बुरे आर्थिक हालातो से गुजर रही है। ऐसी स्थिति में भी निगम देवास अपने बड़े संपत्तिकर बकाया दार से वसूली नहीं कर पा रही है। आवासीय क्षेत्रों से तो संपत्तिकर के वसूली को लेकर सख्त रवैया अपनाता हैं निगम देवास। लेकिन शायद औद्योगिक क्षेत्र के बड़े बकाया दार से शत- प्रतिशत संपत्ति कर वसूल करने में असफल हो जाता है निगम प्रशासन? निगम देवास को अपनी कमियों में शोध करने की आवश्यकता है? कि वसूली में कहां कमी रह जाती है। जिससे कि निगम देवास का औद्योगिक क्षेत्र में वसूली लक्ष्य पूर्ण नहीं हो पता है? उदाहरण के तौर पर देवास वाटर प्रोजेक्ट से निगम देवास संपत्तिकर वसूल नहीं कर पाई है। जबकि देवास वाटर प्रोजेक्ट की शिकायत को देवास के सामाजिक कार्यकर्ता के द्वारा किए हुए लंबा समय हो गया हैं। उसके बावजूद भी निगम देवास का उक्त संस्था के प्रति इतनी धीमी गति से कार्यवाही करना चिंता का विषय है उक्त निजी संस्था से संपत्ति कर वसूल नहीं कर पाना यह दर्शाता है। कि निगम प्रशासन में कहीं ना कहीं तकनीकी रूप से कमजोरी है? जिसे दुरस्त कर तत्काल निजी संस्था से संपत्ति कर वसूल करना चाहिए। जिससे कि निगम देवास की माली हालत में सुधार होगा। वहीं आगामी दिनों में होने वाली निगम परिषद की बैठक में भी औद्योगिक क्षेत्रों के संपत्तिकर दरो के विषयों पर चर्चा होना चाहिए।
इतनी धीमी गति से निगम देवास कैसे सुधार कर पायेगा अपनी आर्थिक स्थिति में।
